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India-US Trade Deal Update: अमेरिका की टीम 25 अगस्त को भारत दौरे पर, जल्द सुलझ सकता है टैरिफ विवाद
📌 मुख्य बिंदु:
- अमेरिकी टीम 25 अगस्त को भारत आएगी
- भारत-अमेरिका के बीच 6वें दौर की व्यापार वार्ता
- अगस्त में टैरिफ बढ़ाने की समयसीमा से पहले बड़ी हलचल
- सितंबर या अक्टूबर तक डील की संभावना
🇮🇳🇺🇸 India-US Trade Deal में तेजी
भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement) पर अब ठोस प्रगति होती दिख रही है। अमेरिका की एक उच्च स्तरीय टीम 25 अगस्त 2025 को भारत दौरे पर आ रही है, जिससे यह संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच अटकी डील अब आगे बढ़ सकती है।
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक India-US Trade Talk के छठवें दौर के तहत होगी। इस बैठक में दोनों देश उन बिंदुओं पर चर्चा करेंगे जहां पहले सहमति नहीं बन पाई थी। खासकर टैरिफ (शुल्क) से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता दी जाएगी।
⏳ समयसीमा का दबाव
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा कुछ भारतीय उत्पादों पर टैरिफ (शुल्क) बढ़ाने की समयसीमा 1 अगस्त निर्धारित की गई है। इस समयसीमा के दबाव में आकर अब दोनों पक्ष वार्ता को गति दे रहे हैं ताकि व्यापार संबंधों में सुधार लाया जा सके।
भारत की ओर से पहले ही कुछ टैरिफ रियायतों की पेशकश की गई थी, लेकिन अमेरिका की प्रतिक्रिया पूरी तरह सकारात्मक नहीं रही थी। ऐसे में यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
🤝 डील कब तक?
जानकारों का मानना है कि अगर 25 अगस्त की बैठक सफल रहती है, तो सितंबर या अक्टूबर 2025 तक India-US Trade Deal को अंतिम रूप दिया जा सकता है। इससे दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंच सकते हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारी कोशिश है कि सभी लंबित मुद्दों को सौहार्दपूर्ण तरीके से हल किया जाए। इस बैठक से हमें उम्मीद है कि गतिरोध खत्म होगा।”
🌐 क्यों है यह डील अहम?
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार कई क्षेत्रों में फैला हुआ है — आईटी, फार्मा, कृषि उत्पाद, डिफेंस, और टेक्नोलॉजी। ऐसे में इस डील से दोनों देशों को आर्थिक और रणनीतिक रूप से फायदा होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह डील भारत के लिए मेक इन इंडिया, एक्सपोर्ट प्रमोशन और एफडीआई बढ़ाने में सहायक होगी, जबकि अमेरिका को भारतीय बाजार तक बेहतर पहुंच मिलेगी।
