दिल्ली में कोरोना से 22 साल की युवती की मौत, 24 घंटे में 47 नए केस, केरल सबसे अधिक प्रभावित

दिल्ली में कोरोना वायरस से 22 साल की युवती की मौत हुई है। बीते 24 घंटे में देशभर में 47 नए केस सामने आए हैं। केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले हैं।
दिल्ली में कोरोना से 22 साल की युवती की मौत, देश में 24 घंटे में 47 नए केस दर्ज
देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना से मौत का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें 22 साल की एक युवती ने इस वायरस के कारण दम तोड़ दिया। यह हालिया मौत कोविड-19 के प्रति लापरवाही की चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में सोमवार सुबह तक कुल एक्टिव कोरोना मामलों की संख्या 3,961 हो गई है। इसमें दिल्ली में बीते 24 घंटे में 47 नए मरीज सामने आए हैं, जो एक दिन में सबसे बड़ी वृद्धि मानी जा रही है। इससे राजधानी में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 483 हो चुकी है। वहीं, मौतों का आंकड़ा बढ़कर 4 तक पहुंच गया है।
बीते 24 घंटे में देश में कुल 4 मौतें कोरोना वायरस से हुई हैं। इन मामलों में तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल और दिल्ली से एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। खासतौर पर दिल्ली में 22 साल की युवती की मौत ने एक बार फिर से कोरोना के प्रति सतर्कता बरतने की आवश्यकता को उजागर कर दिया है।
केरल इस समय देश का सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बनकर उभरा है, जहां 1,435 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। यहां पर लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वृद्धि के पीछे कोरोना के नए वैरिएंट्स और लोगों की लापरवाही जिम्मेदार हो सकती है।
दिल्ली समेत अन्य राज्यों में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं और टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि लोगों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाना जरूरी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि जिन लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आवश्यक जांच करवानी चाहिए।
देश में एक बार फिर से कोविड मामलों में उछाल से यह स्पष्ट हो जाता है कि कोरोना पूरी तरह गया नहीं है। लोगों को दोबारा सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि महामारी की स्थिति फिर न बन पाए।
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