देहरादून में बादल फटने से नदी में उफान, लोगों ने ऐसे बचाई जान

देहरादून में बादल फटने से नदी में उफान की खबर ने पूरे उत्तराखंड को हिला कर रख दिया है। मंगलवार देर शाम मालदेवता क्षेत्र के चिफालटी इलाके में अचानक मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, जिससे सॉन्ग नदी में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई।
नदी में आई तबाही
लगातार होती बारिश के कारण नदी का जलस्तर कुछ ही मिनटों में खतरनाक रूप से बढ़ गया। सॉन्ग नदी के किनारे अवैध खनन कर रहे मजदूरों की झोपड़ियां देखते ही देखते पानी में बह गईं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह लोग जान बचाने के लिए भागते नजर आ रहे हैं।
लोगों ने कैसे बचाई जान?
जब पानी का बहाव तेज हुआ, तो वहां मौजूद लोगों ने बिना समय गंवाए ऊँचाई की ओर भागकर अपनी जान बचाई। कुछ लोगों ने पेड़ों का सहारा लिया, तो कुछ लोग नजदीकी चट्टानों पर चढ़ गए। स्थानीय लोगों ने भी फुर्ती दिखाते हुए मदद की और आपदा नियंत्रण को तुरंत सूचना दी।
मौसम विभाग का अलर्ट
उत्तराखंड मौसम विभाग पहले ही 11 जिलों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को लेकर अलर्ट जारी कर चुका था। देहरादून, नैनीताल, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी जैसे जिलों में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
प्रशासन की चेतावनी
प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। साथ ही खनन गतिविधियों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है ताकि किसी बड़ी दुर्घटना को रोका जा सके।
निष्कर्ष
देहरादून में बादल फटने से नदी में उफान एक बार फिर इस बात का संकेत देता है कि हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। प्रशासन और आमजन दोनों की तत्परता ने इस बार बड़ी जानहानि होने से रोक दी, लेकिन सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है।
FAQ’s:-
1. देहरादून में बादल फटने से नदी में उफान कब आया?
उत्तर: यह घटना मंगलवार देर शाम मालदेवता के चिफालटी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण हुई, जिससे सॉन्ग नदी में अचानक उफान आ गया।
2. बादल फटने के कारण सबसे ज्यादा नुकसान किसे हुआ?
उत्तर: सॉन्ग नदी के किनारे अवैध रूप से खनन कर रहे मजदूरों की झोपड़ियां पानी में बह गईं और उन्हें जान बचाने के लिए तेजी से भागना पड़ा।
3. क्या देहरादून में फिर से भारी बारिश की संभावना है?
उत्तर: हां, उत्तराखंड मौसम विभाग ने देहरादून सहित 11 जिलों में अगले 48 घंटों तक तेज बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है।
4. प्रशासन ने इस आपदा से कैसे निपटा?
उत्तर: प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया, खनन कार्य पर रोक लगाई, और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी।
5. ऐसी आपदाओं से कैसे बचा जा सकता है?
उत्तर: समय रहते मौसम अलर्ट पर ध्यान देना, नदी किनारे निर्माण और खनन से बचना, और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना जीवन बचा सकता है।